kajar ki kothari काजल की कोठरी में कैसो ही सयानो जाय एक ...
"काजल की कोठरी में कैसो ही सयानो जाय एक लीक काजल की लागे है तो लागे है"
अर्थात
आप चाहे कितने ही दूध के धुले क्यों न हों, गलत जगह या गलत संगति में जायेंगे तो असर तो होगा ही...
दुनिया में चलोगे तो रास्ते पर पत्थर,रेत,कीचड़ सब मिलेगा| हम पूरी धरती पर कालीन नहीं बिछा सकते, बस खुद के पैरों में जूते पहन सकते हैं| यही बात चरित्र,सोच,विचार और व्यवहार पर लागू होती है| बुराई तो हमेशा रहेगी, फर्क इस बात से पड़ता है कि खुद को इस से बचाने के लिए आपने क्या किया..?
अर्थात
आप चाहे कितने ही दूध के धुले क्यों न हों, गलत जगह या गलत संगति में जायेंगे तो असर तो होगा ही...
दुनिया में चलोगे तो रास्ते पर पत्थर,रेत,कीचड़ सब मिलेगा| हम पूरी धरती पर कालीन नहीं बिछा सकते, बस खुद के पैरों में जूते पहन सकते हैं| यही बात चरित्र,सोच,विचार और व्यवहार पर लागू होती है| बुराई तो हमेशा रहेगी, फर्क इस बात से पड़ता है कि खुद को इस से बचाने के लिए आपने क्या किया..?
Siddha Yoga In Short: | |||||||||||||||||||
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